एक सुंदर कविता पढ़ी, अच्छी लगी….👬
मुझ पर दोस्तों का प्यार,
यूँ ही उधार रहने दो |
बड़ा हसीन है, ये कर्ज,
मुझे कर्ज़दार रहने दो !
वो आँखें जो छलकती हैं,
ग़म में, ख़ुशी में, मेरे लिए |
उन सभी आँखों में सदा,
प्यार बेशुमार रहने दो !
मौसम लाख बदलते रहें,
आएँ भले बसंत-पतझड़ |
मेरे यारों को जीवन भर,
यूँ ही सदाबहार रहने दो !
महज दोस्ती नहीं ये,
बगिया है विश्वास की |
प्यार, स्नेह के फूलों से,
इसे गुलज़ार रहने दो !
वो मस्ती, वो शरारतें,
न तुम भूलो, न हम भूलें |
उम्र बढ़ती है..खूब बढ़े,
जवाँ ये किरदार रहने दो !!
– सभी दोस्तों को समर्पित🌹🌹

नमस्कार,
आपको कविता अच्छी लगी, इसके लिए आभार.
ये हमारी कविता है.
आभार
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