💖🌷💖 एक लड़की नें लूटा दिल 🌷 चांद के जैसी रही थी खिल 🌷 भूल गयी है मिला के नैंना 🌷 होंठ लबों को लिऐ है सिल 🌷 रपट केस थानें करवा दूं 🌷 दिल चोरी का दफा लगा दूं 🌷 ओर्डर ओर्डर मुजरिम हाजिर 🌷 जी करता जज से बुलवा दूं 🌷 सजा उम्रभर की करवा दूं 🌷 कलम दफाओं को बढ़वा दूं 🌷 दिल दिवाना जेल बनाकर 🌷 जनम जनम खातिर पुरवा दूं 🌷प्यार सिखा दूं उसको आज 🌷 तड़पानें से आऐ बाज 🌷 बदल के रख दूं अबकी बारी 🌷 उसके सब नखरे अंदाज 🌷 करूं पैरवी सुबह शाम 🌷 बिन सुस्ताऐ किऐ अराम 🌷 पिऊं ना जब तक सुर्ख लबों का 🌷 जिगर चोरनीं मींठा जांम 🌷 जबर्दस्त फंसवाऊंगा 🌷 पेशी रोज कराऊंगा 🌷देकर जज वकील को रिश्वत 🌷 अपना तुझे बनाऊंगा 🌷 हर तारीख पे जाऊंगा 🌷 हसरत सभी सुनाऊंगा 🌷 चीर जिगर तस्वीर तुम्हारी 🌷 भरी कोर्ट दिखलाऊंगा 🌷 रोया तड़पा कितनीं बारी 🌷 लागी जब से तलब तुम्हारी 🌷 जाग के गुजरी कितनीं रैना 🌷 लेकर दर्द इश्क बिमारी 🌷 हारोगी तुम हमसे केश 🌷 करोगी संग फिर मेंरे ऐस 🌷 भूल भाल के लब चूंमूंगा 🌷 रंज मलालें ईर्षा द्वेष 🌷 गर्व गुरूर हटाओगी 🌷 किऐ पे तुम पछताओगी 🌷 चोरी करके जिगर चैंन चित 🌷 दूर ना मुझसे जाओगी 🌷💖🌷💖🌷💖🌷💖🌷💖🌷💖🌷💖🌷💖🌷💖🌷💖🌷💖🌷💖🌷💖🌷💖🌷💖🌷💖🌷💖
